‘तुम मुझे हिला नहीं सकते…ताकत है तो मुझे हटाकर दिखाओ’, दिव्य दरबार में आकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री को दिया चैलेंज

बागेश्वर धाम की महिमा के चर्चे देश के साथ-साथ अब विदेशों में भी है। ऐसा माना जाता है कि यहां जो भी अपनी मनोकामना लेकर आता है वो पूरा होती है। वहीं बागेश्वर धाम के पीठाधिश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री धाम पर आए लोगों की समस्या का निवारण करते है। वे पर्चे पर लिखकर लोगों के दुख, दर्द और समस्याएं बता देते है। साथ ही समाधान भी बताते है। इस दौरान वे भूत बाधा से पीड़ित लोगों को झाड़ा भी लगाते है और धाम की पेशी करने के लिए भी कहते है।
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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक महिला अपनी अर्जी लेकर दरबार में पहुंची थी। यहां उन्होंने पर्चा बनाते हुए कहा कि बहन पर प्रेत बाधा की सवारी बनती है, भाव खेलती है, अनकंट्रोल हो जातीं है, आपकी बहन का दिमाग भी स्थिर नहीं रहता। इन्होंने एक पत्र में ये सब बात लिख रखीं है । और उन्होंने कहा है कि जब हमारा बताएंगे तब मानेंगे, ये हमारा चैलेंज है। जिसके बाज पं. शास्त्री ने कहा कि इनका चैलेंज स्वीकार है कहते हुए कहा कि एक-एक नग निकाल देंगे बेइज्जती न हो जाए इसलिए इतने में ही सावधान हो जाएं। इतने में पर्चा लाई महिला पर भूत सवार हो जाता है फिर बाबा उन्हें पास बुलाते है। इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि इससे पहले भी वह कई बाबाओं के पास झाड़ा लगवा चुकीं है। उन्होंने दूसरे बाबाओं के साथ बागेश्वर धाम के बारे में भी गलत बोला साथ ही गाली भी वकी।
स्टेज के उपर बुलाकर जेब में लिखा हुआ पत्र निकलवाते है और पढ़ने के लिए कहा गया। इसके बाद बाबाजी ने कहा कि इस पत्र में कोई सवाल नहीं है तबकि भूत ने चैलेंज किया है कि कोई भी ताकत इसे हटा नहीं सकती, और अगर इसमें ताकत हो तो हटा देना। इसके बाद बाबा ने भरे दरबार में झाड़ा लगाया। इसके बाद बाबा ने बताया कि महिला के अंदर जिन्न शक्ति है। जो शरीर के साथ गंदी हरकरत करता है। इसका काम गृहस्त को मिटाना है। जिन्न का उद्देश्य है कि महिला का पति से क्लेश हो जाए, दूर हो जाएं। इसके बाद बाबा ने कहा कि आज से ही हम इनकी बुद्धी सही कर देंगे जिसके बाद ये जीवन भर कभी हैरान नहीं करेगा। इसके लिए उन्हें धाम पर प्रेतराज सरकार की पेशी करने के लिए कहा।