Aaj ka Mausam : रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून अब विदाई की ओर है, लेकिन जाते-जाते भी जमकर बरस रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गई है। मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को प्रदेश के 7 जिलों – धमतरी, कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, गरियाबंद, महासमुंद और राजनांदगांव के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां अगले 24 घंटे में भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना है। Aaj ka Mausam
लोगों से सतर्क रहने की अपील
IMD ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। खासकर किसान, चरवाहे और खेत-खलिहान में काम करने वाले लोग आकाशीय बिजली से सावधान रहें। खुले स्थान पर मोबाइल का इस्तेमाल करने से बचें और बिजली गिरने की आशंका होने पर पक्के मकान में शरण लें।
बारिश से बिगड़ी जनजीवन की रफ्तार Aaj ka Mausam
राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगह सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति और भी मुश्किल बनी हुई है, जहां कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
अब तक हुई बारिश का आंकड़ा
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार छत्तीसगढ़ में 1 जून से 30 सितंबर तक 1164.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- बलरामपुर जिला सबसे आगे रहा, जहां सामान्य से 52% ज्यादा बारिश यानी 1520.9 मिमी दर्ज की गई।
- वहीं बेमेतरा जिले में सामान्य से 50% कम 524.5 मिमी बारिश हुई है, जिससे किसानों को सिंचाई की चिंता सताने लगी है।
बाढ़ जैसे हालात
दक्षिण छत्तीसगढ़ के बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में लगातार भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। कई गांवों में घर ढह गए, फसलें बर्बाद हुईं और लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने मजबूर हुए।
शनिवार को धमतरी जिले के जोरातराई में भी एक बुजुर्ग महानदी पार करते समय टापू पर फंस गए थे। ग्रामीणों और प्रशासन की मदद से 8 घंटे की मशक्कत के बाद उनका सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्राकृतिक आपदा के समय सतर्कता और त्वरित मदद कितनी जरूरी है।
मानसून की विदाई में होगी देरी
IMD का कहना है कि इस बार मानसून छत्तीसगढ़ से 10 दिन देरी से विदा होगा, यानी इसकी वापसी 15 अक्टूबर के बाद होने की संभावना है। ऐसे में आने वाले दिनों में और बारिश देखने को मिल सकती है।
किसानों की उम्मीदें और चिंताएं
तेज बारिश ने जहां एक ओर धान की फसल को फायदा पहुंचाया है, वहीं दूसरी ओर कई जगह पानी भर जाने से किसानों को नुकसान का भी डर सताने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं। किसानों का कहना है कि अगर अगले कुछ दिनों तक लगातार बारिश होती रही तो फसल को बचाना मुश्किल हो जाएगा।
प्रशासन भी अलर्ट
भारी बारिश और अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी तहसीलदारों और जनपद अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। बचाव और राहत दल भी तैयार रखे गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
👉 संक्षेप में, छत्तीसगढ़ में फिलहाल बारिश का दौर जारी रहेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
Aaj ka Mausam : छत्तीसगढ़ में 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, गरज-चमक और आकाशीय बिजली से सतर्क रहने की अपील
