Chingra Pagaar Waterfall: गरियाबंद / रायपुर, जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ की धरती पर प्रकृति का एक और अद्भुत नज़ारा इन दिनों पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहा है। गरियाबंद जिले स्थित चिंगरापगार झरना बरसात के मौसम में अपनी पूरी खूबसूरती के साथ बह रहा है। करीब 120 फीट ऊंचाई से गिरता पानी, हरियाली से घिरी घाटियाँ और पहाड़ी रास्तों के बीच बहता यह झरना, इन दिनों पर्यटकों का पसंदीदा सेल्फी पॉइंट बन गया है।

बरसात में खास क्यों है चिंगरापगार?
- बरसात में झरने का जलस्तर बढ़ जाता है और झरना पूरी रफ्तार में बहने लगता है।
- चारों ओर फैली हरियाली, ठंडी हवा और पानी की गर्जना पर्यटकों को एक प्राकृतिक स्वर्ग का अहसास कराती है।
- इन दिनों झरना न सिर्फ स्थानीय लोगों का बल्कि राज्यभर से आने वाले पर्यटकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
सेल्फी पॉइंट और पिकनिक स्पॉट
- झरने के आसपास कई ऐसे स्थान हैं जहां पर्यटक फोटो और वीडियो शूट कर सकते हैं।
- स्थानीय युवाओं और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स के लिए यह एक हॉट डेस्टिनेशन बन चुका है।
- पर्यटक यहां परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद भी ले रहे हैं।
सुरक्षा और सलाह:
- बरसात में पानी का बहाव तेज रहता है, इसलिए नहाते समय सावधानी रखें।
- कंकरीले रास्तों और फिसलन भरी जगहों पर सतर्क रहें।
- स्थानीय गाइड या प्रशासन से मार्गदर्शन लेकर ही आगे बढ़ें।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में चिंगरापगार झरना फुल फ्लो में आता है, लेकिन इस साल ज्यादा बारिश के कारण यह और भी खूबसूरत हो गया है। गांव के लोगों ने झरने की साफ-सफाई और पर्यटकों के लिए व्यवस्था में भी सहयोग किया है।
छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में एक और नाम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है – चिंगरापगार झरना। अगर आप प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफी के शौकीन या एक शांत पिकनिक स्पॉट की तलाश में हैं, तो यह झरना आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है।

चिंगरा पगार (या चिंगरापगार) झरना Chingra Pagaar Waterfall –
कहां है और कैसे पहुंचें?
यह झरना छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित है, बिलकुल ग्राम बारूका के पास – जो गरियाबंद से लगभग 15 किमी दूर है (Cg Tourism)।
रायपुर से इसकी दूरी लगभग 78–85 किमी, गरियाबंद कस्बे से 12–15 किमी के आसपास है ।
🔍 मुख्य लोकेशन विवरण:
- ग्राम: बारूका (Baruka), गरियाबंद जिला, छत्तीसगढ़
- झरने की ऊंचाई: करीब 110‑120 फीट (Cg Tourism)
- परिवहन मार्ग:
- हवाई: रायपुर (स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट) पहुँचकर सड़क मार्ग
- रेल: नज़दीकी स्टेशन – गरियाबंद या रायपुर, फिर सड़क द्वारा
- सड़क: NH‑130 / 130C → बारूका → झरना तक कच्चा मार्ग + पैदल ट्रैक (Cg Tourism, cginfo.in)
अंतिम ट्रैक: बारूका से लगभग 3 किमी घने जंगल और अटैलदार राहों से होकर झरने तक पहुंचा जा सकता है (cginfo.in)।
पर्यटकों के लिए समय-सारिणी:
- खुलने का समय: सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक
- दोपहर 3 बजे के बाद प्रवेश बंद, और शाम 5 बजे से पहले वापस आना अनिवार्य है
सुझाव व सावधानियां:
- बरसात (जून–सितंबर) और उसके बाद का समय सबसे अच्छा है, लेकिन भारी बारिश में पानी का बहाव तेज़ हो सकता है ।
- बाढ़ के कारण कई बार पर्यटक ट्रैक पर फंसते भी रहे हैं—भूतिया पानी में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू भी होना पड़ा ।
- पैदल ट्रैकिंग का अनुभव रोमांचक हो सकता है, लेकिन सावधानी बेहद जरूरी है।
संक्षेप में लोकेशन चार्ट:
स्थान | दूरी |
---|---|
रायपुर ↔ चिंगरा पगार झरना | ~83 किमी (Cg Tourism) |
गरियाबंद ↔ झरना | ~12–15 किमी |
झरना ↔ बारूका ग्राम | ~3 किमी (पैदल ट्रैक) |
Chingra Pagaar Waterfall, गरियाबंद जिले के ग्राम बारूका के पास, रायपुर के लगभग 85 किमी और गरियाबंद से 12–15 किमी दूर है। यह जगह खासतौर पर बरसाती मौसम में 110–120 फीट की गिरावट के साथ शानदार दृश्य और रोमांच प्रदान करती है। यदि आप राहापर हैं, तो सुबह जल्दी निकलकर शाम 5 बजे तक लौट आएं—विशेष रूप से बारिश के समय सुरक्षा सुनिश्चित करें।

Chingra Pagaar Waterfall : बरसात में निखरा चिंगरापगार झरना – 120 फीट की खूबसूरत वॉटरफॉल बना सेल्फी पॉइंट, पर्यटकों की पहली पसंद बना