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Principal Rishvat Case : इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को सांवेर क्षेत्र स्थित शासकीय स्कूल की प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया को ₹2000 की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत एक शिक्षक की सेवा स्थायी करने के एवज में मांगी गई थी।
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📌 शिकायत से लेकर गिरफ्तारी तक पूरा मामला
- शासकीय सांदीपनी मॉडल स्कूल, कछालिया (सांवेर) में पदस्थ शिक्षक आशीष मारू ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई।
- आरोप था कि प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया उनकी फाइल जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर भेजने के लिए रिश्वत मांग रही थीं।
- सत्यापन के बाद लोकायुक्त टीम ने 10 सितंबर 2025 को जाल बिछाया।
- शिक्षक से तय रकम ₹2000 का लिफाफा प्रिंसिपल को दिया गया।
- जैसे ही प्रिंसिपल ने पैसा लिया, लोकायुक्त ने उन्हें रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
🏫 शिक्षक की नियुक्ति और विवाद
- शिक्षक आशीष मारू की नियुक्ति 13 अक्टूबर 2021 को उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग-1 के पद पर हुई थी।
- नियमानुसार उनकी परिवीक्षा अवधि 13 अक्टूबर 2024 को पूरी हो चुकी थी।
- इसके बाद स्थाई नियुक्ति की फाइल जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जानी थी।
- आरोप है कि प्रिंसिपल ने यह फाइल आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत की मांग की।
⚖️ कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तार प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया गया है।
📊 क्यों है मामला अहम?
- सरकारी शिक्षा संस्थानों में भ्रष्टाचार पर बड़ा खुलासा।
- छोटे पैमाने की रिश्वतखोरी भी लोकायुक्त के रडार पर।
- शिक्षक-शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल।
Principal Rishvat Case : लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई! प्रिंसिपल रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, पुलिस ने ऐसे दबोचा