- साय सरकार हिटलर अंदाज में छत्तीसगढ़ की जनता को दे रही दीवाली का उपहार
- छत्तीसगढ़ में भाजपा की साय सरकार पुराने वाहन की खरीदी-बिक्री पर वर्तमान स्थिति में शोरूम के तय दरों के हिसाब से उपभोक्ता से 1 प्रतिशत टैक्स वसुलेगी
- साय सरकार आम जनता को परेशान करना बंद करें और ऐसे नियम को तत्काल हटाये जिसमें जनता को नुकसान हो
- गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग ही छोटा प्लाट एवं सेकण्ड हेण्ड वाहन खरीदते हैं – विकास उपाध्याय
रायपुर (छत्तीसगढ़)। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय सरकार द्वारा देश के सबसे प्रमुख त्यौहार पर पुराने वाहन पर नये नियम लाये जाने पर कहा कि बहुत ही शर्म की बात है कि छत्तीसगढ़ की जनता की जेबों पर कैसे डाका डाला जाये सिर्फ यही तर्क पर भाजपा की सरकार काम कर रही है और उस पर पूरी तरह कायम भी हो चुकी है। उपाध्याय ने कहा कि पिछले आठ सालों से केन्द्र द्वारा ली जा रही जीएसटी की मार से अब तक जनता निकल नहीं पाई थी फिर उसी जीएसटी को कम करके उसका जश्न मनाने का काम पूरे देश में केन्द्र की मोदी सरकार सहित सभी भाजपा पार्टी के लोगों ने किया तथा छत्तीसगढ़ में जमीन की रजिस्ट्री का निर्धारण कर उसमें भी छत्तीसगढ़ के मध्यम वर्ग जनता की रोजी-रोटी छीनने का काम ऐसे ही नियम बनाकर किया गया, उसके पश्चात् जबरन गाड़ी में एचएसआरपी लगवाने के नाम पर भी छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने जनता को खूब लूटा और अब छत्तीसगढ़ सरकार का आरटीओ के द्वारा पुरानी गाड़ी खरीदी-बिक्री पर वर्तमान में जो शोरूम की कीमत होगी उसी दर पर पुराने वाहनों की खरीदी-बिक्री पर छत्तीसगढ़ की साय सरकार 1 प्रतिशत टैक्स वसुलने का नियम लाकर आम नागरिक की मेहनत की कमाई भी लगभग वसुलने का काम भाजपा सरकार करने जा रही है। जबकि गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग ही सेकण्ड हेण्ड वाहन खरीदते हैं तो फिर क्या साय सरकार इन्हीं गरीबों से इतना टैक्स वसूली करने जा रही है।
उपाध्याय ने कहा कि अब ऐसे में छत्तीसगढ़ की क्या स्थिति होगी, आम नागरिकों को कितनी ज्यादा परेशानी होगी वो तो सर्वप्रथम है लेकिन व्यापारियों को भी इससे काफी हानि ही होगी। उपाध्याय ने साय सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि छत्तीसगढ़ में अब साय सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है क्योंकि सरकार कैसे चलाना है और जनता की मूलभूत सुविधाओं को कैसे पूरा करना है वो तो उनसे हो नहीं पा रहा। उपाध्याय ने कहा कि साय सरकार आम जनता को परेशान करना बंद करें और ऐसे नियम को तत्काल हटाये जिसमें जनता को नुकसान हो रहा हो।
