बालाघाट, मध्य प्रदेश। ज़रा सोचिए, आपकी मासिक सैलरी ₹5,000 हो और आपको ₹1.20 करोड़ का टैक्स नोटिस थमा दिया जाए! ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से सामने आया है। यहाँ एक आदिवासी आश्रम में काम करने वाले अंशकालिक सफाईकर्मी संतोष चौधरी को आयकर विभाग ने भारी-भरकम नोटिस भेज दिया है।
मामला क्या है?
दरअसल, आयकर विभाग का आरोप है कि साल 2017 और 2018 के दौरान संतोष चौधरी के पैन कार्ड से ₹55 लाख का लेन-देन हुआ। इस पर टैक्स और पेनाल्टी जोड़कर कुल रकम ₹1.20 करोड़ हो गई। नोटिस में साफ लिखा है कि यह राशि चुकानी होगी, वरना कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सफाईकर्मी की सैलरी सिर्फ ₹5,000
संतोष चौधरी पादरीगंज गांव के रहने वाले हैं और एक आदिवासी आश्रम में सफाईकर्मी की नौकरी करते हैं। उनकी मासिक सैलरी मात्र ₹5,000 है। इतने कम वेतन में वे किसी तरह अपने परिवार – पत्नी और दो बच्चों – का गुजारा करते हैं। छोटे से कमरे में रहने वाले संतोष इस नोटिस से सदमे में हैं।
कैसे हुआ ₹55 लाख का लेन-देन?
संतोष ने बताया कि कई साल पहले गांव के एक पूर्व सरपंच ने उनसे गाड़ी खरीदने के लिए दस्तावेज उधार लिए थे। इसके बाद वही सरपंच गाड़ी की किस्तें भर रहा है। संतोष का कहना है कि उनके बैंक खाते में कभी भी इतने बड़े लेन-देन का रिकॉर्ड नहीं रहा।
पुलिस और आयकर विभाग से की शिकायत
नोटिस मिलने के बाद संतोष ने तुरंत पुलिस और आयकर विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। वह बार-बार अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि यह धोखाधड़ी की जांच की जाए और उन पर लगा यह झूठा टैक्स बोझ हटाया जाए।
संतोष की दिक्कतें
- सैलरी ₹5,000, लेकिन टैक्स नोटिस ₹1.20 करोड़ का
- परिवार को खर्च चलाना मुश्किल
- अब अदालत और विभागों के चक्कर लगाने को मजबूर
- उम्मीद – जांच के बाद इस धोखाधड़ी से मिलेगी राहत

₹5 हज़ार सैलरी वाले सफाईकर्मी को मिला IT का ₹1.20 करोड़ का टैक्स नोटिस, परिवार हुआ परेशान…जानिये क्या है पूरा मामला….