TODAY NEWS : रायपुर : छत्तीसगढ़ में जीएसटी विभाग ने करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी करने वाले सिंडिकेट का खुलासा किया है। राज्य जीएसटी विभाग ने एनालिटिक्स और इंटेलिजेंस नेटवर्क के जरिए बोगस फर्म और फर्जी बिल तैयार करने वाले गिरोह का पता लगाया। इस गिरोह का मास्टरमाइंड मो. फरहान सोरठिया था, जो पहले जीएसटी कर सलाहकार के रूप में काम करता था।
जांच के दौरान पता चला कि फरहान ने अपने कार्यालय में 172 फर्मों का डेटा इकट्ठा किया था। उन्होंने 5 स्टाफ की मदद से फर्मों का पंजीकरण कराने, रिटर्न फाइल करने और ई-वे बिल तैयार करने का काम कराया। जांच में किरायानामा, सहमति पत्र और एफिडेविट जैसे बोगस दस्तावेज भी मिले, जिनका इस्तेमाल फर्जी पंजीकरण के लिए किया गया।
केवल 26 बोगस फर्मों के जरिए 822 करोड़ रुपये के ई-वे बिल जारी किए गए, जबकि रिटर्न में मात्र 106 करोड़ रुपये का ही टर्नओवर दिखाया गया। प्रारंभिक आंकलन के अनुसार, इससे राज्य को लगभग 100 करोड़ रुपये का जीएसटी नुकसान हुआ। इस फर्जी गतिविधि में पंजाब, असम, मणिपुर और ओडिशा की फर्में भी शामिल पाई गई हैं।
अतिरिक्त जांच में फरहान के चाचा मो. अब्दुल लतीफ सोरठिया के घर से 1.64 करोड़ रुपये नगद और 400 ग्राम सोना जब्त किया गया। अधिकारियों ने इस राशि को आयकर विभाग को सौंप दिया है।
जीएसटी विभाग ने बताया कि इस मामले में कई ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने वाली कंपनियों की भी जांच की जा रही है। राज्य कर विभाग मामले की गहन जांच कर रहा है और आवश्यक विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
TODAY NEWS : छत्तीसगढ़ में GST फ्रॉड का बड़ा खुलासा: 1.64 करोड़ नगद और 400 ग्राम सोना जब्त, 170 से अधिक बोगस फर्म का पर्दाफाश