Virendra Tomar Arrested : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बड़ी खबर सामने आई है। लंबे समय से फरार चल रहे सूदखोर और हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने उसे मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम उसे रायपुर ला रही है।
कई महीनों से पुलिस के रडार पर था तोमर बंधु
वीरेंद्र तोमर और उसका भाई रोहित तोमर, दोनों ही रायपुर पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे। दोनों पर सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग, मारपीट और आर्म्स एक्ट जैसे कई गंभीर केस दर्ज हैं। दोनों भाई जून 2025 से फरार चल रहे थे और रायपुर पुलिस लगातार उनकी तलाश में थी।
कुर्क की गई करोड़ों की संपत्ति
रायपुर जिला प्रशासन ने कुछ महीने पहले ही तोमर बंधुओं की करोड़ों की संपत्ति जब्त (Property Seized) की थी। इस कार्रवाई में उनके लग्जरी मकान, जमीन और महंगी कारें कुर्क की गई थीं। यह कार्रवाई प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई थी। इतना ही नहीं, प्रशासन ने उनके आलिशान ऑफिस और घरों पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त भी किया था।
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अग्रिम जमानत के लिए की थी कोशिश
गिरफ्तारी से बचने के लिए तोमर बंधुओं ने वकील सजल गुप्ता के माध्यम से हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत (Anticipatory Bail) की याचिका दायर की थी,
लेकिन कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद दोनों फरार हो गए थे।
कई थानों में दर्ज हैं मामले
रायपुर के तेलीबांधा और पुरानी बस्ती थाना क्षेत्रों में वीरेंद्र और रोहित तोमर पर एक्सटॉर्शन (Extortion) और सूदखोरी (Loan Sharking) के कुल 7 अलग-अलग केस दर्ज हैं। दोनों भाइयों पर आरोप है कि उन्होंने ब्याज पर पैसा देकर आम लोगों से दबाव, धमकी और वसूली की कोशिश की।
पुलिस का आधिकारिक बयान जल्द
सूत्रों के मुताबिक, रायपुर पुलिस ने वीरेंद्र तोमर को ग्वालियर से गिरफ्तार करने के बाद अब रायपुर लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही पुलिस इस गिरफ्तारी को लेकर आधिकारिक खुलासा करेगी और उसके फरारी के दौरान की लोकेशन, नेटवर्क और सहयोगियों पर भी जानकारी दे सकती है।

Virendra Tomar Arrested: छत्तीसगढ़ का सूदखोर वीरेंद्र तोमर गिरफ्तार, ग्वालियर से दबोचा गया आरोपी, महीनों से था फरार


