S-400 missile system: S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ क्यों है खास?
🔰 1. मल्टी-टारगेट एंगेजमेंट क्षमता
S-400 एक साथ 36 लक्ष्यों को निशाना बना सकता है और 80 हवाई लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। यह प्रणाली 600 किमी की दूरी तक हवाई खतरों का पता लगाने में सक्षम है।
🚀 2. चार प्रकार की मिसाइलें
इस सिस्टम में चार प्रकार की मिसाइलों का उपयोग होता है:
- 40N6E: 400 किमी रेंज, उच्च ऊंचाई वाले लक्ष्यों के लिए।
- 48N6E3: 250 किमी रेंज, फाइटर जेट्स और क्रूज मिसाइलों के लिए।
- 9M96E2: 120 किमी रेंज, तेजी से मूव करने वाले लक्ष्यों के लिए।
- 9M96E: 40 किमी रेंज, कम दूरी वाले लक्ष्यों के लिए।
🛡️ 3. मोबाइल और लचीला
S-400 को 8×8 ट्रक पर माउंट किया जा सकता है, जिससे इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है। यह प्रणाली -50°C से लेकर -70°C तक के तापमान में काम करने में सक्षम है।
🛰️ हालिया उपयोग: ऑपरेशन ‘सिंदूर’
हाल ही में, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को विफल करने के लिए S-400 प्रणाली का सफलतापूर्वक उपयोग किया। इस प्रणाली ने जम्मू, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में दुश्मन के हमलों को प्रभावी ढंग से रोका।

🎥 वीडियो
S-400 प्रणाली की ताकत और इसके हालिया उपयोग को बेहतर समझने के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
इस वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे S-400 प्रणाली ने पाकिस्तान के मिसाइल हमलों को विफल किया।
भारत का S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि यह देश की सुरक्षा में एक मजबूत ढाल के रूप में कार्य कर रहा है। इसकी क्षमताएं भारत को हवाई हमलों से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
S-400 missile system: S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ क्यों है खास?