CG congress: रायपुर। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस ने साय सरकार के दो साल पूरे होने पर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि “साय सरकार की दो साल की उपलब्धि केवल पिछली सरकार की योजनाओं को बंद करना और जनता को निराश करना है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जनता के हित में चल रही 17 जनकल्याणकारी योजनाओं को दुर्भावनापूर्ण तरीके से बंद कर दिया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं —
🔸 बिजली बिल हाफ योजना
🔸 राजीव मितान योजना
🔸 गोधन न्याय योजना
🔸 बेरोजगारी भत्ता
🔸 रीपा योजना
🔸 मुख्यमंत्री कर्ज माफी
🔸 सिंचाई कर माफी
🔸 महिला समूह ऋण माफी
🔸 सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि
🔸 सीएम छत्तीसगढ़ी परब सम्मान निधि
🔸 कोदो-कुटकी-रागी खरीदी
🔸 नरवा-गरवा-घुरवा-बारी
🔸 मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय
🔸 मुख्यमंत्री महतारी दुलार योजना
🔸 मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन
🔸 धरसा विकास योजना
🔸 शहरी गरीबों को पट्टा एवं आवास योजना
“भ्रष्टाचार और कुशासन का दौर” – कांग्रेस
शुक्ला ने कहा कि साय सरकार में भ्रष्टाचार और कुशासन ने नई ऊँचाइयाँ छू ली हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है —
“एसपी और कलेक्टर कार्यालयों को जला दिया गया, हत्याओं और मॉब लिंचिंग के मामले बढ़े, राजधानी में छह बार गोलीबारी हुई, और महिलाओं के प्रति अपराध चरम पर हैं।”
उन्होंने कहा कि राज्य में नक्सल घटनाओं में भी भारी बढ़ोतरी हुई है, और सरकार अब तक कोई ठोस नक्सल नीति नहीं ला पाई है।
“वायदों की सरकार, काम का अभाव”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार ने 18 लाख आवास देने का वादा किया था, लेकिन दो साल में एक भी साल हितग्राहियों को मकान नहीं दिया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस राज में मिलने वाला 7 किलो राशन घटा दिया गया, जबकि बिजली कटौती का दौर फिर शुरू हो गया है।
शुक्ला ने भूमि पंजीयन नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “गाइडलाइन में 30% छूट खत्म की गई, लेकिन रजिस्ट्री फीस में 4% वृद्धि नहीं हटाई गई – इससे जनता को लूटा जा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की स्थिति बदतर हो चुकी है —
“राजनांदगांव, बस्तर, बिलासपुर, महासमुंद — हर जगह किसान आत्महत्या कर रहे हैं। भाजपा सरकार के दो साल में छत्तीसगढ़ फिर से पुराने दौर में लौट आया है।”


