Raipur Indraprastha Murder Case: Raipur Crime News | CG Breaking News छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में घटित महिला हत्या कांड ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। एक प्लास्टिक के ट्रंक में बंद महिला की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
कहां और कब मिला शव?
घटना रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी की है, जहां एक मकान के कमरे से प्लास्टिक के ट्रंक में बंद महिला का शव बरामद किया गया। जब मकान मालिक को किराएदार से कई दिनों तक संपर्क नहीं हुआ, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर से बदबू आ रही थी। वहां एक बड़ा ट्रंक रखा था, जिसमें महिला की सड़ी-गली लाश मिली।
ट्रंक की कहानी: दुकानदार ने खोला राज
CCTV फुटेज और दुकानों की पड़ताल में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। गोलबाजार की एक प्लास्टिक की दुकान से खरीदे गए ट्रंक के मालिक ने बताया कि:
- एक व्यक्ति ने ट्रंक खास साइज और वजन बताकर खरीदा था
- उसने QR कोड से पेमेंट किया
- पेमेंट का नाम “अरुण” सामने आया है
- दुकान में लगे CCTV कैमरे में उसकी तस्वीर भी कैद हुई है
इस खुलासे ने पुलिस को मामले की मुख्य कड़ी पकड़ने में मदद की है।
मृत महिला की पहचान और स्थिति
- महिला की उम्र लगभग 30 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है
- शव साड़ी में लिपटा हुआ था
- शरीर पर घाव और चोट के निशान मिले
- गला दबाकर हत्या की आशंका
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हो चुकी है।
पुलिस की जांच और अब तक की कार्रवाई
टिकरापारा थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक टीम मिलकर इस मामले की जांच कर रही है। अब तक हुई कार्रवाइयाँ:
- CCTV फुटेज की जांच से संदिग्ध की पहचान का प्रयास
- गोलबाजार के दुकानदार से बयान
- किराएदार के मोबाइल नंबर और ID की तलाश
- ट्रंक खरीदने वाले QR पेमेंट से लिंक निकालना
- शव को AIIMS रायपुर भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए
अब तक सामने आए प्रमुख बिंदु:
बिंदु | विवरण |
घटना स्थल | इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, रायपुर |
शव की स्थिति | ट्रंक में बंद, सड़ी-गली अवस्था में |
हत्या का तरीका | संभवतः गला दबाकर |
ट्रंक खरीद | गोलबाजार, QR पेमेंट, नाम “अरुण” |
आरोपी की पहचान | सीसीटीवी में संदिग्ध कैद |
जांच एजेंसी | टिकरापारा पुलिस, क्राइम ब्रांच, फॉरेंसिक टीम |
🔎 पुलिस के लिए चुनौती
- मृतका की पहचान नहीं हो सकी है, जिससे जांच की गति धीमी है
- किराएदार ने फर्जी नाम से कमरा बुक किया था
- मोबाइल बंद और कोई स्थायी पता नहीं
- ट्रंक खरीदने वाले का आधार कार्ड या ID नहीं लिया गया
लेकिन QR पेमेंट और CCTV से कड़ी दर कड़ी जोड़ने में पुलिस सफल हो रही है।
एसएसपी का बयान
रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने कहा:
“यह बेहद गंभीर अपराध है। तकनीकी जांच और फॉरेंसिक सबूतों के आधार पर हम जल्द ही आरोपी तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं।”
सोशल मीडिया पर भी हलचल
इस केस को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग कई सवाल उठा रहे हैं:
- महिला कौन थी?
- ट्रंक में शव छिपाने की प्लानिंग कब और क्यों की गई?
- आरोपी का मकसद क्या था?
रायपुर के इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ट्रंक, QR पेमेंट और CCTV फुटेज के माध्यम से पुलिस आरोपी के करीब पहुंच रही है। आने वाले दिनों में यह केस छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी और रहस्यमयी हत्याओं में से एक बन सकता है।

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